Friday, November 16, 2018

लकारज्ञानम्

---- लकारज्ञानम् ----

१. वर्त्तमाने "लट्" ~ भवति = होता है |

२. भविष्ये "लृट्" ~ भविष्यति = होगा |

३. भूते "लङ्" ~ अभवत् = हुआ |

४. अनुज्ञायां "लोट्" ~ भवतु = होवे, होईये |

५. "विधिलिङ्ग" में ~ भवेत् = होवे, होईये, होना चाहिए |
    हो सकता है, होने दो, [ कर्मनिष्ठः भवान् भवेत् ] ||

६. अभविष्यत् = अगर होता, "लृङ्" लकार कहो उसे |

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