Friday, May 12, 2023

रामचरित मानस के कुछ रोचक तथ्य Some interesting facts of Ramcharit Manas-श्रीरामचरितमानस में ११७२ दोहे हैं

 

रामचरित मानस के कुछ रोचक तथ्य

रामचरित मानस के कुछ रोचक तथ्य


1:~मानस में राम शब्द = 1443 बार आया है।
2:~मानस में सीता शब्द = 147 बार आया है।
3:~मानस में जानकी शब्द = 69 बार आया है।
4:~मानस में बैदेही शब्द = 51 बार आया है।
5:~मानस में बड़भागी शब्द = 58 बार आया है।
6:~मानस में कोटि शब्द = 125 बार आया है।
7:~मानस में एक बार शब्द = 18 बार आया है।
8:~मानस में मन्दिर शब्द = 35 बार आया है।
9:~मानस में मरम शब्द = 40 बार आया है।

10:~लंका में राम जी = 111 दिन रहे।
11:~लंका में सीताजी = 435 दिन रहीं।
12:~मानस में श्लोक संख्या = 27 है।
13:~मानस में चोपाई संख्या = 4608 है।
14:~मानस में दोहा संख्या = 1074 है।
15:~मानस में सोरठा संख्या = 207 है।
16:~मानस में छन्द संख्या = 86 है।

17:~सुग्रीव में बल था = 10000 हाथियों का।
18:~सीता रानी बनीं = 33वर्ष की उम्र में।
19:~मानस रचना के समय तुलसीदास की उम्र = 77 वर्ष थी।
20:~पुष्पक विमान की चाल = 400 मील/घण्टा थी।
21:~रामादल व रावण दल का युद्ध = 87 दिन चला।
22:~राम रावण युद्ध = 32 दिन चला।
23:~सेतु निर्माण = 5 दिन में हुआ।

24:~नलनील के पिता = विश्वकर्मा जी हैं।
25:~त्रिजटा के पिता = विभीषण हैं।

26:~विश्वामित्र राम को ले गए =10 दिन के लिए।
27:~राम ने रावण को सबसे पहले मारा था = 6 वर्ष की उम्र में।
28:~रावण को जिन्दा किया = सुखेन बेद ने नाभि में अमृत रखकर।

मानस में चौपाई – 

९२१८, दोहे ११७३, सोरठे ८७, छंद २२८ और श्लोक संख्या २७ है. इसमें प्रयुक्त शब्द संख्या ,१६,७३३ और अक्षर हैं ,९१५८०. यह रामचरित मानस की ही बात है. उनके अन्यान्य ग्रंथों का इसमें समावेश नहीं है.

श्रीरामचरितमानस में
११७२ दोहे हैं - जिनमें बालकाण्ड में ३५९, अयोध्याकाण्ड में ३१४, अरण्यकाण्ड में ५१, किष्किन्धाकाण्ड में ३१, सुन्दरकाण्ड में ६२, युद्धकाण्ड में १४८ और उत्तरकाण्ड में २०७ दोहे सम्मिलित हैं |

 

Manas has Chaupai – 9218, couplets 1173, sorthe 87, verses 228 and verse number 27. The number of words used in this is 1,16,733 and the letters are 2,91580. This is the matter of Ramcharit Manas only. His other texts are not included in this.


No comments:

Post a Comment

इन हिंदी कहावतों के स्थान पर संस्कृत की सूक्ति बोलें।

 इन हिंदी कहावतों के स्थान पर संस्कृत की सूक्ति बोलें। 1. अपनी डफली अपना राग - मुण्डे मुण्डे मतिर्भिन्ना । 2. का बरखा जब कृषि सुखाने - पयो ग...