Monday, July 31, 2023

गुरुकुल से आप क्या समझते हैं? What do you understand by Gurukul

 

What do you understand by Gurukul.


 

गुरुकुल से आप क्या समझते हैं?


'गुरुकुल' का शाब्दिक अर्थ है 'गुरु का परिवार' अथवा 'गुरु का वंश'। परन्तु यह सदियों से भारतवर्ष में शिक्षासंस्था के अर्थ में व्यवहृत होता रहा है। गुरुकुलों के इतिहास में भारत की शिक्षाव्यवस्था और ज्ञानविज्ञान की रक्षा का इतिहास समाहित है

 

ऐसे विद्यालय जहाँ विद्यार्थी अपने परिवार से दूर गुरु के परिवार का हिस्सा बनकर शिक्षा प्राप्त करता है। भारत के प्राचीन इतिहास में ऐसे विद्यालयों का बहुत महत्व था। प्रसिद्ध आचार्यों के गुरुकुल में पढ़े हुए छात्रों का सब जगह बहुत सम्मान होता था। राम ने ऋषि वशिष्ठ के यहाँ रह कर शिक्षा प्राप्त की थी।

 

गुरुकुल का अर्थ

प्राचीन काल में शिक्षक को ही गुरु या आचार्य मानते थे और वहां शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को उसका परिवार माना जाता था।


प्राचीन काल में शिक्षक को ही गुरु या आचार्य मानते थे और वहां शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को उसका परिवार माना जाता था।
 गुरुकुल के छात्रों को लिए आठ साल का होना अनिवार्य था और पच्चीस वर्ष की आयु तक लोग यहां रहकर शिक्षा प्राप्त और ब्रह्मचर्य का पालन करते थे

 


गुरुकुल शिक्षा के क्या फायदे हैं?

गुरुकुल शिक्षा प्रणाली में बच्चे अपने घर से दूर गुरुकुल में रहते हैं जिससे बच्चों और गुरु के मध्य परस्पर अधिक विश्वास रहता है। ...

गुरुकुल में बच्चों को बुजुर्गों के प्रति सम्मान, सभ्यता संस्कृति, शिष्टाचार, आदि के विषय में ज्ञान दिया जाता है।

गुरुकुल में बच्चों में आपसी प्रेम, विश्वास रहता है।

 

गुरुकुल में दाखिले के लिए छात्रों की आयु तक छ: साल से लेकर बारह वर्ष की होना अनिवार्य था ! शिक्षा के साथ साथ ब्रह्मचर्य का पालन करना, अनुशासन का पालन करना सिखाया जाता था। छात्रो को अपने पसंद के काम के काम को सिखाने का अवशर दिया जाता था !

 

 
गुरुकुल में कितने वर्ष तक रहे?
गुरुकुल में रहने की पद्धति में आया बदलाव



प्राचीन समय में
 12 से 15 वर्ष तक विद्यार्थी गुरूकुल में रहकर शिक्षा ग्रहण करते थे, पर आज एक, दो या पांच वर्ष तक ही गुरू के पास रहकर शिष्य वेद, पुराण व शास्त्रों का अध्ययन कर रहे है, पर इनकी संख्या गिनती के है।

 


गुरुकुल में कितने साल के बच्चे का एडमिशन होता है?

9 से 11 साल की उम्र के बच्चों को दाखिला दिया जाता है. कैसे होता है दाखिला: आचार्यकुलम में दाखिले के लिए पहले परीक्षा होती है. उसके बाद ही बच्चे का सेलेक्शन किया जाता है.

 

भारत में गुरुकुल क्यों बंद हुए?

भारत की देशी शिक्षा व्यवस्था को नष्ट करने के उद्देश्य से ही सन 1858 में भारतीय एजुकेषन एक्ट की रूपरेखा बनाई गई थी जिसके अनुसार कान्वेंट स्कूल और इस्लामिक मदरसे तो चलाये जाएंगे पर सनातनी गुरुकुल और संस्कृत भाषा खत्म किये जायेंगे।

 

गुरुकुल स्कूल से बेहतर क्यों है?


गुरुकुल प्रणाली में छात्रों को योग की विभिन्न विधाओं का प्रशिक्षण देकर उनकी मस्तिष्क शक्ति को मजबूत किया जाता था, जो वैज्ञानिक रूप से याददाश्त बढ़ाने और मस्तिष्क को तेज करने के लिए सिद्ध हैं। इस तरह की अच्छी तरह से रखी गई नींव ने उन्हें ज्ञान को प्रभावी ढंग से समझने, बनाए रखने और नियोजित करने में मदद की।

 


छात्रों को गुरुकुल में क्यों छोड़ा जाता है?

सही उत्तर 'कठोर अनुशासन का पालन करने सीखें जिससे उनमें सुसंस्कार और सद्वृत्तियाँ पोषित हों' है। 'कठोर अनुशासन का पालन करने सीखें जिससे उनमें सुसंस्कार और सद्वृत्तियाँ पोषित करने के लिए छात्रों को गुरुकुल में छोड़ा जाता है।

 


गुरुकुल में कौन से विषय पढ़ाए जाते थे?

बौद्धकाल में बुद्ध, महावीर और शंकराचार्य की परंपरा से जुड़े गुरुकुल जगप्रसिद्ध थे, जहां विश्वभर से मुमुक्षु ज्ञान प्राप्त करने आते थे और जहां गणित, ज्योतिष, खगोल, विज्ञान, भौतिक आदि सभी तरह की शिक्षा दी जाती थी।

 

अंग्रेजों से पहले भारत में कितने गुरुकुल थे?

इंग्लैंड में पहला स्कूल 1811 में खुला उस समय भारत में 7,32,000 गुरुकुल थे , आइए जानते हैं हमारे गुरुकुल कैसे बन्द हुए । हमारे सनातन संस्कृति परम्परा के गुरुकुल में क्या ...

उस समय भारत में 732000 गुरुकुल थे। गुरुकुल एक आवासीय स्कूली शिक्षा प्रणाली थी जिसकी उत्पत्ति भारतीय उपमहाद्वीप में लगभग 5000 ईसा पूर्व हुई थी।

भारत में सबसे प्रसिद्ध गुरुकुल कौन सा है?

 

70 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथश्री स्वामीनारायण गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल ने भारत में सर्वश्रेष्ठ गुरुकुल में से एक के रूप में एक ठोस प्रतिष्ठा बनाई है।

 

गुरुकुल में शिक्षा का केंद्र बिंदु क्या था?

गुरुकुल शिक्षा प्रणाली में बच्चे अपने घर से दूर गुरुकुल में रहते हैं जिससे बच्चों और गुरु के मध्य परस्पर अधिक विश्वास रहता है। बच्चे पूर्णता घर से दूर होने के कारण अपने गुरु की बात मानते हैं। गुरुकुल में बच्चों को बुजुर्गों के प्रति सम्मान, सभ्यता संस्कृति, शिष्टाचार, आदि के विषय में ज्ञान दिया जाता है।

 

Which is the first book of Sanskrit? Which is the first Sanskrit village of India?

 

 

संस्कृत भारत में कब आई?

संस्कृत भाषा का उदय प्राचीन ऋग्वैदिक काल में हुआ क्योंकि इसी काल में विश्व के प्राचीन ग्रंथ ऋग्वेद,सामवेद,यजुर्वेद,अर्थवेद लिखे गए तथा इन वेदो में सबसे प्राचीन वेद ऋग्वेद है जो कि संस्कृत भाषा में लिखा गया.

 

When did Sanskrit come to India?

The rise of Sanskrit language took place in the ancient Rigvedic period because in this period the world's ancient texts Rigveda, Samaveda, Yajurveda, Arthveda were written and the most ancient of these Vedas is Rigveda, which was written in Sanskrit language.

 

 

भारत का पहला संस्कृत गांव कौन सा है?

कर्नाटक के शिवमोग्गा के पास मत्तूर गांव और मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में झिरी गांव के सभी लोग संस्कृत बोलते हैं। दोनों गांव के लोगों के लिए संस्कृत प्राइमरी लैंग्वेज है। स्कूलों में बच्चों को संस्कृत मीडियम में पढ़ाया जाता है। 976 आबादी वाले झिरी गांव में महिलाएं, किसान और मजदूर भी एक-दूसरे से संस्कृत में बात करते हैं।

 

Which is the first Sanskrit village of India?

The people of Mattur village near Shivamogga in Karnataka and Jhiri village in Rajgarh district of Madhya Pradesh all speak Sanskrit. Sanskrit is the primary language for the people of both the villages. Children are taught in Sanskrit medium in schools. In Jhiri village with a population of 976, women, farmers and laborers also talk to each other in Sanskrit.

 

 

संस्कृत भाषा का दूसरा नाम क्या है?

संस्कृत भाषा का दूसरा नाम देववाणी है।

 

संस्कृत का पहला ग्रंथ कौन सा है?

सही उत्‍तर पाणिनी है। संस्कृत व्याकरण का सबसे पहला स्रोत अष्टाध्यायी है, जो अभी भी अस्तित्व में है। यह एक प्रागैतिहासिक भारतीय ग्रंथ है, जो पांचवीं और चौथी शताब्दी ईसा पूर्व के बीच में लिखा गया था।

 

 

Which is the first book of Sanskrit?

 

The correct answer is Panini. The earliest source of Sanskrit grammar is the Ashtadhyayi, which is still in existence. It is a prehistoric Indian text, written between the 5th and 4th centuries BCE.

 

 


संस्कृत दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

 

इस दिवस को विश्व में संस्कृत भाषा के पुनरूद्धार एवं उपयोग को प्रेरित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इसे मनाए जाने की शुरूआत वर्ष 1969 में हुई थी। विश्व संस्कृत दिवस 2022 को इस साल 12 अगस्त को मनाया जा रहा है

When and why is Sanskrit Day celebrated?

 

This day is celebrated with the aim of motivating the revival and use of Sanskrit language in the world. Its celebration started in the year 1969. World Sanskrit Day 2022 is being celebrated on 12th August this year.


 

When and why is Sanskrit Day celebrated? संस्कृत दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

 
संस्कृत दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

 

इस दिवस को विश्व में संस्कृत भाषा के पुनरूद्धार एवं उपयोग को प्रेरित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इसे मनाए जाने की शुरूआत वर्ष 1969 में हुई थी। विश्व संस्कृत दिवस 2022 को इस साल 12 अगस्त को मनाया जा रहा है

 

When and why is Sanskrit Day celebrated?

 

This day is celebrated with the aim of motivating the revival and use of Sanskrit language in the world. Its celebration started in the year 1969. World Sanskrit Day 2022 is being celebrated on 12th August this year.





संस्कृत का पहला ग्रंथ कौन सा है? Which is the first book of Sanskrit?संस्कृत भाषा का दूसरा नाम क्या है?

 

 

संस्कृत का पहला ग्रंथ कौन सा है?

सही उत्‍तर पाणिनी है। संस्कृत व्याकरण का सबसे पहला स्रोत अष्टाध्यायी है, जो अभी भी अस्तित्व में है। यह एक प्रागैतिहासिक भारतीय ग्रंथ है, जो पांचवीं और चौथी शताब्दी ईसा पूर्व के बीच में लिखा गया था।


Which is the first book of Sanskrit?


The correct answer is Panini. The earliest source of Sanskrit grammar is the Ashtadhyayi, which is still in existence. It is a prehistoric Indian text, written between the 5th and 4th centuries BCE.

संस्कृत भाषा का दूसरा नाम क्या है?

संस्कृत भाषा का दूसरा नाम देववाणी है।




इन हिंदी कहावतों के स्थान पर संस्कृत की सूक्ति बोलें।

 इन हिंदी कहावतों के स्थान पर संस्कृत की सूक्ति बोलें। 1. अपनी डफली अपना राग - मुण्डे मुण्डे मतिर्भिन्ना । 2. का बरखा जब कृषि सुखाने - पयो ग...