Thursday, August 24, 2017

10 lakar in sanskrit sanskrit shike saral

 १० लकार का अनमोल ज्ञान :--

 संस्कृत में काल दश भागों में विभाजित है जिनको दश लकार कहा जाता है :--

०१ ) लट् ---- ल् + अ + ट्
०२ ) लिट् ---- ल् + इ + ट्
०३ ) लुट् ---- ल् + उ + ट्
०४ ) लृट् ---- ल् + ऋ + ट्
०५ ) लेट् ---- ल् + ए + ट्
०६ ) लोट् ---- ल् + ओ + ट्

०७ ) लङ् ---- ल् + अ + ङ्
०८ ) लिङ्---- ल् + इ + ङ्
०९ ) लुङ्---- ल् + उ + ङ्
१० ) लृङ्---- ल् + ऋ + ङ्

इनको स्मरण करने की विधी ये है कि :-

ल् में ( अ इ उ ऋ ए ओ ) क्रम से जोड़ दो । और पहले कर्मों में ( ट् ) जोड़ते जाओ ।
फिर बाद में ( ङ् ) जोड़ते जाओ जब तक कि दश लकार पूरे न हो जाएँ ।

इन लकारों के काल ये हैं :-

(१) लट् लकार = वर्तमान काल । जैसे :- राम खेलता है ।

(२) लिट् = अनद्यतन परोक्ष भूतकाल । जो अपने साथ न घटित होकर किसी इतिहास का विषय हो । जैसे :- राम ने रावण को मारा था ।

(३) लुट् लकार = अनद्यतन भविष्यत काल । जो आज का दिन छोड़ कर आगे होनो वाला हो । जैसे :- राम परसों विद्यालय नहीं जायेगा ।

(४) लृट् लकार = सामान्य भविष्य काल । जो आने वाले किसी भी समय में होने वाला हो । जैसे :- राम यह कार्य करेगा ।

(५) लेट् लकार = यह लकार केवल वेद में प्रयोग होता है ईश्वर के लिए क्योंकि वह किसी काल में बंधा नहीं है ।

(६) लोट् लकार = ये लकार आज्ञा, अनुमति लेना, प्रशंसा करना, प्रार्थना आदि में प्रयोग होता है । जैसे :- आप जाओ , वह खेले, तुम खाओ , क्या मैं बोलूँ ?
(७) लङ् लकार = अनद्यतन भूत काल । आज का दिन छोड़ कर किसी अन्य दिन जो हुआ हो । जैसे :- आपने उस दिन भोजन पकाया था ।

(८) लिङ् लकार = इसमें दो प्रकार के लकार होते हैं :--
 आशीर्लिङ् = किसी को आशिर्वाद देना हो । जैसे :- आप जीओ , तुम सुखी रहो आदि ।
 विधिलिङ् = किसी को विधी बतानी हो । जैसे :- आपको पढ़ना चाहिए , मुझे जाना चाहिए आदि ।

(९) लुङ् लकार = सामान्य भूत काल । जो कभी भी बीत चुका हो । जैसे :- मैंने खाना खाया ।

(१०) लृङ् लकार = ऐसा भूत काल जिसका प्रभाव वर्तमान तक हो । जब किसी क्रिया की असिद्धी हो गई हो । जैसे :- यदि तूँ पढ़ता तो विद्वान बनता ।
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इन्हीं लकारों में सभी धातुरूप चलते हैं ।

जयतु संस्कृतम् ।। जयतु भारतम् ।। जयतु आर्यावर्तम् ।।















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12 comments:

  1. Awesome. I was always forgetting, confused how to remember lakars. You have made it do simple. Keep going. जयतु संस्कृतम् जयतु भारतम्।

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  2. Keep updating me about new posts.
    Regards

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  3. Dhnyvaad .. m in jaankaari Ko KB se ddond rhaa thaa bt aapne de di.. again thank

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  4. I was confused in lakar thanks to solve it

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  5. बहब आसान हो गया।

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  6. जयतु संस्कृतम् जयतु bhaaratam

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  7. It was very useful. Thank you!

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  8. सभी संस्कृत पढ़ने वाले और नहीं पढ़ने वालों के लिए यह बहुत उत्तम और सरल साधन है इसके लिए इसमें योगदान दिए सभी बंधु बांधव को मेरा सहृदय धन्यवाद!

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