Monday, April 10, 2023

।। संस्कृत का उदय ।। #संस्कृतकाउदय- के #परिवार का #उद्देश्य-

 

 ।। संस्कृत का उदय ।।


।। संस्कृत का उदय- के परिवार का उद्देश्य-

1-भारत को पुनः विश्वगुरु का सम्मान मिले।और वो सम्मान संस्कृत भाषा और उनके विषय के द्वारा ही मिल सकती हैं।


2-सनातन धर्म के बारे में सत्य की जानकारी देना। जिससे भारत के मनुष्यों को अपना मूल तत्व पता चले। और अपने योग अध्यात्म और ज्ञान के द्वारा सम्पूर्ण विश्व का एक सही मार्गदर्शन करे सके।

3-भारत के गुरुकुल शिक्षा पद्धति को पुनः समाज में शुद्ध और सुदृढ रूप से चलाना।

4-जितने भी प्राचीन गुरुकुल है, जिनकी व्यवस्था आर्थिक दृष्टि से सही नहीं है। उनकी सहायता करना।


5-नवीन गुरुकुल की स्थापना करना ।
और जो ज्ञान और विज्ञान के प्राचीन विषय के साथ-साथ आधुनिक विषय का भी ज्ञान देना।

6-सुभाषित (श्लोकों) के द्वारा बच्चों को नैतिकता और संस्कार प्रदान करना।


7-बच्चों के लिए संस्कारशाला का कार्य करना। जो सप्ताह में 1 अथवा 2 दिन 2 घंटे की कक्षा देना। जिसमें भिन्न-भिन्न तरीके से उनको पढ़ाना।

8-संस्कृत भाषा को पढ़ाने के लिए सरल माध्यम से सभी को संस्कृत पढ़ाने का कार्य करना। जिसका माध्यम घर में जाकर भिन्न-भिन्न जगह पे जाकर और ऑनलाइन कक्षा के द्वारा पढ़ाना।

9-वेद से लेकर के जितने भी ज्ञान और विज्ञान की जानकारी और उनके मूल विषय को सरल और सहजता से समाज के सामने बताना ताकि उसको सभी पढ़ और समझ सके।

10-जितने भी भारतीय मंदिर है, उनकी जानकारी से सभी को अवगत करना। वो मंदिर का निर्माण कब और किसने किया। उसकी क्या कथा ( कहानी ) थी। उसमें होने वाली पूजा का क्या महत्व है। और उसका क्या फल मिलता हैं।

11-सभी तीर्थों का वर्णन करना।

12-जितने भी पांडुलिपि है। उनके बारे में और उनमें होने वाली लिपियों का ज्ञान कराना।

13-नवीन शोध करना और उसको आज के आधुनिकता के माध्यम से सभी को वर्कशॉप और सेमिनार के द्वारा संस्कृत को समझाना।

14-संस्कृत से ही सबका हित हो सकता हैं, क्योंकि उसके अंदर सब कुछ समाहित हैं।संस्कृत से संस्कृति और संस्कार बनते है। और जिनके अंदर अच्छे संस्कार होते है, उनमें से ही कुछ विवेकानन्द जैसे महान व्यक्ति बन जाते है, और अपने राष्ट्र के हित के लिये कार्य करते है, और भारत को सम्पूर्ण विश्व में सम्मान दिलाते हैं।

15-संस्कृत भाषा को रुचिकर बनाके सबके सामने प्रस्तुत करना। जिसमें गीत,अभिनय, नाटक,चित्र, और लेख जैसे अनेक तरीके से सबकी जिज्ञासा जगाना।



16-अर्थ(पैसे) के कारण जो बालक संस्कृत नहीं पढ़ सकता उसको आर्थिक सहायता देना। उसकी शिक्षा से संबंधित सभी वस्तुओं को प्रदान करना।

17-संस्कृत के श्लोकों की प्रतियोगिता करना।
जो बालक बालिका विजय हो उनको पुरस्कार देना। जिससे समाज के बालकों की संस्कृत के प्रति रुचि बढ़े।

18-समाज में जाकर के सबको प्रेरित करना कि वो अपने एक बच्चें को संस्कृत अवश्य पढ़ाये।

19-संस्कृत के लिए सबको अपने साथ जोड़ते जाना और उनको अपने कार्य के प्रति पूर्ण निष्ठा से संस्कृत का उदय के लिए कार्यरत रहना।

20-संस्कृत भाषा ही सभी भाषाओं की जननी है। और इसे जन-जन की आम बोलचाल की भाषा बनाना।

 #संस्कृतकाउदय- के #परिवार का #उद्देश्य-
।। संस्कृत का उदय ।।

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