Tuesday, June 27, 2023

भगवान शिव के 63 महान भक्त-नयनार

 

 भगवान शिव के 63 महान भक्त-नयनार


ब्रह्माण्ड के सबसे शांत एवं सबसे रौद्र रूप के दर्शन किसी एक शक्ति में करने के परिपेक्ष में भगवान शिव अर्थात भोले-शंकर सबसे आदर्श प्रमाण माने जाते हैं। शिव का एक नाम भोला है, अर्थात उन्हें बेहद मासूम एवं कोमल हृदय का ईश्वर माना जाता है। उदाहरण के तौर पर वे बेहद जल्दी (सभी देवताओं की तुलना में सबसे शीघ्र) प्रसन्न हो जाते हैं, और बिना अधिक सोचे-विचारे मनचाहा वरदान दे-देते हैं, जैसा की उन्होंने भस्मासुर के संदर्भ में किया था। वही दूसरे संदर्भ में शिव को विनाशक "विनाश का देवता" भी माना जाता है। अपने भोले और मासूम प्रकृति के विपरीत विनाश के देवता अर्थात विध्वंशक के तौर पर शिव के भीतर पूरे ब्रह्माण्ड को क्षण भर में धूमिल करने की क्षमता है। जैसा की उन्होंने माता सती के वियोग में किया भी है। शिव की इसी बहुरूपी (अनेक रूपों वाली) प्रकृति और आलौकिकता ने युगो-युगों से मनुष्यों, को भक्तों के रूप में अपने प्रति आकर्षित किया है। तीसरी से 8वीं शताब्दी CE के दौरान तमिलनाडु में रहने वाले 63 संतों (शिव उपासकों) के एक समूह को नयनार के नाम से जाना जाता है। इन सभी संतों का चरित्र शेक्किषार नामक भक्तकवि के पेरिय पु राण में वर्णित है। इन संतों का जीवन तेलुगु में 'शिवभक्त चरितमु' के नाम से प्रकाशित किया गया है। नयनार की सूची में सर्वप्रथम सुंदरार (सुंदरमूर्ति) द्वारा उनकी कविता तिरुथोंडा थोगई में संकलित की गई थी। उन्होंने ग्यारह छंदों में, कराईक्कल अम्मैयार तक नयनार संतों के नाम गाए। सभी नयनार विभिन्न पृष्ठभूमियों से सम्बंध रखते थे, जिनमें चन्नार, वन्नियार, वेल्लालस, इदयार, कुरुम्बर, थेवर, तेल बेचने वाले, ब्राह्मण, धोबी, हरिजन आदि शामिल थे। उन्हें प्रमुख तौर पर दक्षिण भारत के महत्त्वपूर्ण हिंदू संतों के रूप में माना जाता है। इन सभी ने छठी, सातवीं और आठवीं शताब्दी सीई के दौरान पूरे तमिलनाडु में शैववाद का प्रसार किया। उन्होंने देशी तमिल भाषा में भगवान की स्तुति में आत्मा-उत्तेजक भजनों की रचना की, और उन्हें सभी सामाजिक स्तर के लोगों के बीच फैलाया।
63
नयनारों की सूची को नीचे क्रमशः दिया गया है:

 


1.
अनय नयनार
2.
आदिपत्त नयनार
3.
अय्यडिगल् कडवर्कान् नयनार
4.
अमरनीदि नयनार्
5.
अप्पुदि अडिगळ्
6.
अरिवट्टय नयनार
7.
चंडीश्वर नयनार
8.
दंडियदिगळ् नयनार
9.
ऎनटिनाथ नयनार
10.
ऎरिपात्त नयनार
11.
अय्यर्कान् कालिक्काम नयनार
12.
गणनाथ नयनार
13.
इडन् गाजि नयनार
14.
इलयान् कुडिमारनायनारु
15.
इयर् पगै नयनार
16.
कलिकांब नयनार
17.
कालिय नयनार
18.
कानम पुल्ल नयनार
19.
कन्नप्प नायनारु
20.
करैक्कल् अम्मय्यारु (कारक्काल् अम्म)
21.
कज् हार् सिंग नयनार
22.
कझरित्ररिवार् (चेरमान् पॆरुमाळ् नयनार)
23.
कोचॆन् गाट् चोळ नयनार
24.
कूत्रुव नयनार
25.
कोट्पुलि नयनार
26.
कुलाचिरायि नयनार
27.
मनकंचार नयनारगुग्गुलु कलश नयनार
28.
मंगयार् करशियार्
29.
मॆय् पॊरुल् नयनार
30.
मूर्ख नयनार
31.
मूर्ति नयनार
32.
मुनैयडुवारु
33.
मुरुग नयनार
34.
नामिनंदि अडिगळ्
35.
नरसिंग मुनियारय्यरु
36.
नेश नयनार
37.
निन्राऋषि नॆडुमर नयनार
38.
पॆरुमिजहलायि नयनार
39.
पूसलार् नयनार
40.
पूगल् चोळ नयनार
41.
पूगज् तुनायि नयनार
42.
सक्किय नयनार
43.
सदय नायनारु
44.
सत्ति नयनार
45.
शेरुतुनायि नयनार
46.
शिरप्पुलि नयनार
47.
शिरुतॊंड नयनार
48.
सोमशिर नयनार
49.
सुंदर्राम्मूर्ति
50.
तिरुज्ञान सम्बंधारु
51.
तिरुकुरिप्पु तॊंडनयनार
52.
तिरुमूल नयनार
53.
तिरुनालै पोवार् नयनार (नंदनार)
54.
तिरुनवुक्करसारु नयनार
55.
तिरुनीलकंठ नयनार
56.
तिरुनीलकंठ याज् पनार् नयनार
57.
तिरुनीलनक्कार् नयनार
58.
रुद्रपशुपति नयनार
59.
वायिलारु नयनार
60.
विराल् मिंड नयनार
61.
इयर् कान् कलिकाम नयनार
62.
करि नयनार
63.
इसै ज्ञाननियार
नयनार की सूची में 3 महिलायें भी शामिल हैं।

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