भव - हो जाना
धावति - दौड़ता है
भ्रष्ट - गिरा हुआ
शिष्यः - पढ़नेवाला
दासः - नौकर
भानुः - सूर्य
गुरुः - पढ़ानेवाला
बन्धुः - सम्बन्धी
तवते - तेरा
मम - मेरा
तस्य - उसका
कृपा - दया
मार्गः - रास्ता
कुत्र - कहां
यत्र - जहां
अत्र - यहां
तत्र - वहां
सर्वत्र - सब स्थान पर
किम् - क्या
सः - वह
अहम् - मैं
त्वम् - तू
न - नहीं
अस्ति - है
कः - कौन
नास्ति - नहीं है
यदा - जब
कदा - तब
सदा - हमेशा
तदा - तब
यदि - अगर
तर्हि - तो
यथा - जैसे
तथा - वैसे
कथम् - कैसे
श्वः - कल (आगामी दिन )
हृाः - कल (बिता दिन )
अद्य - आज
दिवा - दिन में
मध्याह्रे - दोपहर में
अपि - भी
च - और
एकम् - एक
अन्यः - दूसरा
कर्म - कार्य
पात्रम् - वर्तन
मुखम् - मुँह
नेत्रम् - आँख
18 पुराणों के नाम और उनका संक्षिप्त परिचय 18 mahapurans all maha purans hindi.shrimad bhagwatall maha purans hindi.shrimad bhagwat.all sanskrit ki jankari , sabhi sanskrit
Tuesday, May 8, 2018
शिष्यः - पढ़नेवाला दासः - नौकर भानुः - सूर्य गुरुः - पढ़ानेवाला बन्धुः - सम्बन्धी तवते - तेरा मम - मेरा तस्य - उसका कृपा - दया मार्गः -
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इन हिंदी कहावतों के स्थान पर संस्कृत की सूक्ति बोलें। 1. अपनी डफली अपना राग - मुण्डे मुण्डे मतिर्भिन्ना । 2. का बरखा जब कृषि सुखाने - पयो ग...
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